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जाने कब बूढ़ी हो जाती है औरतें

jane kab buDhi ho jati hai aurten

रेखा राजवंशी

अन्य

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रेखा राजवंशी

जाने कब बूढ़ी हो जाती है औरतें

रेखा राजवंशी

और अधिकरेखा राजवंशी

    पता ही नहीं चलता

    नाज़ुक महीन उम्र

    के धागे पर चलते हुए

    जाने कब

    बूढ़ी हो जाती हैं औरतें

    वे पल्ले में घर की

    ज़िम्मेदारियाँ खोंसे

    जाने कब

    लड़की से बहू

    और बहू से माँ

    बहू से सास

    और फिर दादी

    बन जातीं है

    बहू, पत्नी, और सास का

    फ़र्ज़ निभाते-निभाते

    कभी गठिया की

    कभी शुगर की

    और कभी हाई

    ब्लड प्रेशर की

    मरीज़ हो जाती हैं

    चेहरे पर अनुभवों

    की झुर्रियाँ ओढ़े

    जाने कब

    ढलक जाती हैं

    वक्त के चढ़ाव में

    नदी की तरह

    बह जाती हैं

    और जाने कब

    बूढ़ी हो जाती हैं औरतें

    स्रोत :
    • रचनाकार : रेखा राजवंशी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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