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बारिश का निश्चित मौसम

barish ka nishchit mausam

सत्यम तिवारी

अन्य

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सत्यम तिवारी

बारिश का निश्चित मौसम

सत्यम तिवारी

और अधिकसत्यम तिवारी

    उसके बेमौसम होने की

    हमें कोई जानकारी नहीं थी

    हम उसके देर से भी आने को

    दुरुस्त आना समझते थे

    एक जाली इतिहासकार की किताब में

    उसके रोमांटिक होने का भ्रम

    बहुत पहले टूट चुका था

    वह हमारे सपनों की

    उस अलबेली पतंग की तरह थी

    जिसका रास्ता पनीली हवाओं की मानिंद

    बदलता रहता था

    इतने बरस बीत जाने पर भी

    उसके विषय में

    हम बस इतना जानते थे

    कि एक दिन गहरी नींद में

    उसका छापा पड़ेगा

    और सदियों पहले इसी बारिश में

    छपाक करती हुई वह लड़की

    मेरे भीतर से बरामद होगी

    जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाते वक़्त

    इंस्पेक्टर बड़े जोरों से हँसा था।

    स्रोत :
    • रचनाकार : सत्यम तिवारी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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