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आदमखोरों के नाम पत्र

adamkhoron ke naam patr

तादेऊष रूज़ेविच

अन्य

अन्य

तादेऊष रूज़ेविच

आदमखोरों के नाम पत्र

तादेऊष रूज़ेविच

प्यारे आदमखोरों

मत खीजो

उस आदमी पर

जो रेल के डिब्बे में

महज़ बैठने की जगह माँगता है

कृपया इस बात को समझो

कि दूसरे लोगों के भी

दो टाँगे और चूतड़ होते हैं

प्यारे आदमखोरों

एक सेकेंड रुको

कमज़ोर को रौंदो मत

मत पीसो अपने दाँत

कृपया इस बात को समझो

कि बहुत से लोग यहाँ हैं

और भी बहुत से आएँगे

थोड़ा उधर सरको

जगह दो

प्यारे आदमखोरों

मत ख़रीद डालो

तमाम मोमबत्तियाँ तमाम जूतों के तस्में—

तमाम नूडल

पीठ फेर कर मत रटते रहो

मैं मुझे मेरा मेरे लिए

मेरा आमाशय मेरे बाल

मेरा गुल्ला मेरी पाजामा

मेरी बीवी मेरे बच्चे

मेरी राय

प्यारे आदमखोरो

बेहतर हो हम एक दूसरे को चबा जाएँ ठीक

क्योंकि निश्चय ही

हमारा पुनरुत्थान नहीं होने जा रहा है

स्रोत :
  • पुस्तक : प्यास से मरती एक नदी (पृष्ठ 161)
  • संपादक : वंशी माहेश्वरी
  • रचनाकार : तादेऊष रूज़ेविच
  • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
  • संस्करण : 2020

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