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आओ करें आनंद-केलि

aao karen anand keli

अनिल जनविजय

अन्य

अन्य

अनिल जनविजय

आओ करें आनंद-केलि

अनिल जनविजय

आओ करें आनंद-केलि

मेरे जीवन की सहेली

विकल-विहग तेरे उरोज

कंपित-आकुल दोनों सरोज

हहराता चेतन-सागर

तॄष्णा में डूबा है स्वर

व्यग्र-विह्वल चंचल-चेहरा

दॄग छाया मादक घेरा

व्याकुल अधर तपता शरीर

प्रणय पागल मन है अधीर

लगे मुझे तू अलबेली

मेरे जीवन की सहेली

मंद-मॄदु उल्लास तेरा

लालसी परिहास मेरा

गरल अनल रक्तिम कपोल

राग मर्दन रति हिल्लोल

सातवें सोपान पर हम

काम के उत्तान पर हम

झर झराझर झरा पंचम

तॄष्णा-तॄप्ति का संगम

थी अनोखी अनुराग खेलि

मेरे जीवन की सहेली

स्रोत :
  • रचनाकार : अनिल जनविजय
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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