इस पुस्तक में राजा दुष्यंत और शकुंतला की कहानी को पद्य के माध्यम से कहा गया है। यह वही दुष्यंत और शकुंतला हैं जिनकी कहानी महाभारत से लेकर पद्मपुराण में वर्णित है जिसे महाकवि कालिदास ने अभिज्ञानशाकुन्तल के नाम से महाकाव्य के रूप में भी लिखा है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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