'राष्ट्रीय एकता और रचनाधर्मिता' इस पुस्तक में रुपवादी, कलावादी, प्रगतिशील, जनवादी और शुद्ध साम्यवादी पृष्ठभूमि में समस्या को समझने-समझाने और आकलन प्रसतुत करने का प्रयत्न किया गया है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
रजिस्टर कीजिए