यह सुप्रसिद्ध रचनाकार रविन्द्रनाथ टैगौर जी का विश्वप्रसिद्ध काव्य संकलन है। मूल पुस्तक बांग्ला भाषा में थी जिसमें कुल 157 गीतों को संकलित किया गया था। गीतांजलि का हिंदी गद्य गीतों में अनुवाद स्वयं रविन्द्रनाथ टैगौर जी ने ही किया है। सर्वप्रथम इसका प्रकाशन 1910 ई में इंडियन पब्लिकेशन हाउस कोलकाता से हुआ।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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