यह पुस्तक नया साहित्य प्रकाशन के बाल साहित्य की संग्रह माला में से प्रकाशित है जिसमें महाकवि भवभूति के जीवन और साहित्य पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध है। यह पुस्तक हमें करीब तेरह चौदह सौ साल पुराने भारत की संस्कृति, भाषा,रहन-सहन आचार-विचार से रूबरू कराते हुए उस समय के भारत को समझने में मदद करती है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
रजिस्टर कीजिए