पैली रै टैम भरथरी रै नांव सूं अेक वैरागी संत हुईया, उणां नीति, सिंणगार नैं वैराग माथै संस्कृत भासा मैं तीन सतक लिख्या, ज्यारौं संग्रै 'भर्तृहरिशतकत्रयम्' नांव सूँ करीज्यौ। उण संग्रै रौ 'भरथरी सतक' रै नांव स्यूं डाॅ• वेंकट शर्मा नैं उथळै करयौ है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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