महिसागर के रचनाकार

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सुपरिचित गुजराती कवि, कथाकार और उपन्यासकार। लेखन में आदिवासी लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित गुजराती कवि, उपन्यासकार, निबंधकार और आलोचक। 'माटी अने मेघ', 'रातवासो', 'भूंसाता ग्राम चित्रो', 'तरस्या मलकनो मेघ' आदि कृतियाँ प्रकाशित।