त्रिलोचन की संपूर्ण रचनाएँ
कविता 28
उद्धरण 40

हमेशा पुरानी पीढ़ी नई पीढ़ी से निराश रही है। नई पीढ़ी भी पुरानी पीढ़ी बनकर निराश होती रही है।
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वीडियो 6
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