राधाकृष्ण की कहानियाँ
लैला की शादी
आख़िर को लैला की माँ ने मंज़ूर कर लिया, कहा— “अब लैला को मजनू के हाथ ही सौंप दूँगी!” सुनने वाले इस समाचार से ख़ुश हो गए। लोगों ने लैला की माँ को बधाइयाँ दीं। मजनू बिचारा कितनी मुद्दत से लैला के पीछे तड़प रहा था। आशिक़ी के कारण इस दुनिया और उस दुनिया