समुद्र पर लेख
पृथ्वी के तीन-चौथाई
हिस्से में विशाल जलराशि के रूप में व्याप्त समुद्र प्राचीन समय से ही मानवीय जिज्ञासा और आकर्षण का विषय रहा है, जहाँ सभ्यताओं ने उसे देवत्व तक सौंपा है। इस चयन में समुद्र के विषय पर लिखी कविताओं का संकलन किया गया है।
अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
बाइबिल के सोलोमेन जिन्हें क़ुरआन में सुलेमान कहा गया है, ईसा से 1025 वर्ष पूर्व एक बादशाह थे। कहा गया है, वह केवल मानव जाति के ही राजा नहीं थे, सारे छोटे-बड़े पशु-पक्षी के भी हाकिम थे। वह इन सबकी भाषा भी जानते थे। एक दफ़ा सुलेमान अपने लश्कर के साथ एक रास्ते
निदा फ़ाज़ली
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere