प्रार्थना पर अड़िल्ल

प्रार्थना प्रायः ईश्वर

के प्रति व्यक्त स्तुति या उससे याचना का उपक्रम है। इस चयन में प्रस्तुत है—प्रार्थना के भाव में रचित कविताओं का एक अनूठा संकलन।

स्याम कठोर होहु, हमारी बार कों।

नैकु दया उर ल्याय, उदय करि प्यार कों॥

‘सहचरि सरन’ अनाथ, अकेलो जानिकैं।

कियो चहत खल ख्वार बचाओ आनिकैं॥

सहचरिशरण

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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