Font by Mehr Nastaliq Web

महिमा पर काव्य खंड

महिमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

रण-निमंत्रण

मैथिलीशरण गुप्त

अजामिल

तुलसीराम शर्मा 'दिनेश'

श्री शिव-वंदना

जगन्नाथदास रत्नाकर

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere