झंडा पर कविताएँ

झंडा विशिष्ट रंग और

आकार का कपड़ा होता है जो किसी राष्ट्र, राज्य, संप्रदाय या समाज द्वारा अपनी पहचान, सत्ता के दावे और प्रतिरोध के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्रस्तुत चयन में झंडे के विषय और प्रसंग का उपयोग करती कविताओं का संकलन किया गया है।

पताका

श्रीनरेश मेहता

लाल झंडा

मदन कश्यप

तिरंगे का रंग

अरुण चंद्र राय

होगा

अहर्निश सागर

झंडा

हरेकृष्ण डेका

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere