जो परसों भी किया जा सकता है, उसे कभी भी कल तक मत टालो।
भारत में जब किसी की हमें उपेक्षा करनी होती है, तो हम उसकी पूजा शुरू कर देते हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
जो परसों भी किया जा सकता है, उसे कभी भी कल तक मत टालो।
भारत में जब किसी की हमें उपेक्षा करनी होती है, तो हम उसकी पूजा शुरू कर देते हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
रजिस्टर कीजिए