विट्ठलदास मोदी के यात्रा वृत्तांत
शेक्सपीयर के गाँव में
इंग्लैंड में लोगों की घुमने की प्रवृत्ति इतनी प्रबल है कि लगता है, जैसे ये घूमने के पीछे पागल है। हर शनिवार को अपना घर छोड़कर ये सौ-पचास मील दूर अकेले, दुकेले या परिवार के साथ कहीं-न-कहीं भाग ही जाते हैं। साल में एक दो बार दो-दो तीन-तीन सप्ताह की यात्रा
एडिनबरा की यात्रा
लंदन में डा० स्टैनली लीफ़ से मिल चुका था और भी अनेक प्राकृतिक चिकित्सकों से मिला था—प्राकृतिक चिकित्सा के संबंध में जो लंदन में देखने योग्य था, वह भी मैंने अपने हिसाब से देख लिया था। अब मैंने लंदन बाहर निकलने का विचार किया। ब्रिटेन में मोटे तौर पर प्राकृतिक
डॉ० थॉमसन और उनका चिकित्सालय
एडिनवरा पहुँचने के दूसरे दिन सुबह उठकर नहाने-धोने के पश्चयात पहला काम मैंने डॉ० थामसन को मिलने का समय निश्चित करने के लिए फोन करने का किया। फोन पर मिली डॉ० थामसन की सेकेट्री कोई महिला। मैंने उन्हें अपना परिचय दिया। ‘’जी हाँ, आपका पत्र कल मिल गया था।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere