मोहन के कवित्त
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1880 - 1967 | मंदसौर, मध्य प्रदेश
सीतामऊ नरेश। वास्तविक नाम रामसिंह। काव्य-भाषा ब्रजी।
सीतामऊ नरेश। वास्तविक नाम रामसिंह। काव्य-भाषा ब्रजी।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
रजिस्टर कीजिए