कुमार विकल की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1935 - 1997 | गुजराँवाला, पंजाब
सुपरिचित, किंतु अब अलक्षित कवि। तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।
सुपरिचित, किंतु अब अलक्षित कवि। तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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