Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

गोपालशरण सिंह

1891 - 1960 | मध्य प्रदेश

गोपालशरण सिंह की संपूर्ण रचनाएँ

कविता 10

गीत 28

उद्धरण 3

निर्बलता आक्रमण का आमंत्रण है।

  • शेयर

कविता की सप्राणता भावना में ही है। परंतु भावना के लिए बुद्धि का नियंत्रण आवश्यक है। अनियंत्रित भावना की परिणति सस्ती भावुकता होती है।

  • शेयर

उसके स्वरूप की सुधा ही नेत्र-नीर है।

  • शेयर
 

Recitation