ई. ई. कमिंग्स की संपूर्ण रचनाएँ
कविता 2
उद्धरण 13

हवा ने बारिश को उड़ा दिया, उड़ा दिया आकाश को और सारे पत्तों को, और वृक्ष खड़े रहे। मेरे ख़याल से, मैं भी, पतझड़ को लंबे समय से जानता हूँ।
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मैं एक पंछी से सीखूँगा किस तरह गाना चाहिए न कि हज़ार तारों को सिखाऊँगा कि कैसे न नाचा जाए।
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व्यक्तिगत संपत्ति की शुरुआत उस समय से शुरू हुई जब किसी ने अपना ख़ुद का दिमाग़ रखना शुरू किया।
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