विष्णु प्रभाकर के रेखाचित्र
टीपू सुलतान
टीपू सुलतान से मेरा आशय न तो मैसूर के उस प्रसिद्ध सुलतान से है, जिसने अंग्रेज़ों के दाँत खट्टे किए थे और न किसी रईसज़ादे के रईस कुत्ते से है। लेकिन फिर भी उसमें इन दोनों का व्यक्तित्व मौजूद था। टीपू सुलतान की तरह मुसलमान होकर भी वह हिंदुओं का मित्र था
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere