अल्बैर कामू की कहानियाँ
मेरे पिता
कुछ सड़कें छोड़कर गीली सड़क पर तेज़ी से चलती कार की मद्धम लेकिन लंबी फूत्कार सुनाई दी—फिर वह फूत्कार बंद हो गई। दूर कहीं अस्पष्ट चिल्लाहटों ने वातावरण की नीरवता को भंग किया। उसके बाद तारों-भरे आसमान से जैसे किसी मोटे आवरण ने इन दोनों जनों को लपेट लिया
अलविदा माँ!
माँ का आज देहांत हो गया या शायद कल हुआ हो; कह नहीं सकता। आश्रम से आए तार में लिखा है—“आपकी माँ चल बसी, अंतिम संस्कार कल। गहरी सहानुभूति”, इससे कुछ पता नहीं चलता, हो सकता है यह कल हुआ हो। वृद्धाश्रम मोरेंगो में हैं; अल्जीयर्स से तक़रीबन पचास मील दूर,
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere