श्यामसुंदर दास के निबंध
समाज और साहित्य
एक ईश्वर की सृष्टि विचित्रताओं से भरी हुई है। जितना ही इसे देखते जाइए, इसका अन्वेषण करते जाइए, इसकी छानबीन करते जाइए, उतनी ही नई-नई श्रृंखलाएँ विचित्रता की मिलती जाएँगी। कहाँ एक छोटा-सा बीज और कहाँ उससे उत्पन्न एक विशाल वृक्ष। दोनों में कितना अंतर और
साहित्य का विवेचन
पहले हमें यह जानना चाहिए कि जब हम किसी देश के जातीय साहित्य के इतिहास का उल्लेख करते हैं तब उससे हमारा तात्पर्य क्या होता है। अर्थात् जब हम भारतीय आर्य जाति का साहित्य, यूनानी साहित्य, फ़्रांसीसी साहित्य या अंग्रेज़ी साहित्य आदि वाक्यांशों का प्रयोग
भारतेंदु हरिश्चंद्र (बाबू श्यामसुंदर दास)
संवत् 1657 में इंग्लैंड में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई और उसे भारतवर्ष से व्यापार-संबंध स्थापित करने का एकाधिकार दिया गया। बारह वर्ष तक उद्योग में लगे रहने के अनतर संवत् 1666 में इस कंपनी का पहला कारख़ाना सूरत में खुला। इस साधारण घटना से ब्रिटिश
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere