Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

गौरीशंकर हीराचंद ओझा

गौरीशंकर हीराचंद ओझा की संपूर्ण रचनाएँ

उद्धरण 1

राष्ट्र विप्लव होते-होते ईरान, असीरिया और मित्र वाले तो अपने प्राचीन साहित्य आदि के उत्तराधिकारी रहे परंतु भारतवर्ष के आर्य लोगों ने वैसी ही अनेक आपत्तियाँ सहने पर भी अपनी प्राचीन सभ्यता के गौरव रूपी अपने प्राचीन साहित्य को बहुत कुछ बचा रखा और विद्या के संबंध में सारे भूमंडल के लोग थोड़े-बहुत उनके ऋृणी हैं।

  • शेयर
 

Recitation