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कविता पर कविताएँ

दुख ने मुझको

केदारनाथ अग्रवाल

जुगनू

गीत चतुर्वेदी

मुझे क़दम-क़दम पर

गजानन माधव मुक्तिबोध

कविताएँ लिखनी चाहिए

देवी प्रसाद मिश्र

बुख़ार में कविता

श्रीकांत वर्मा

समझा जाना

सुधांशु फ़िरदौस

फ़र्श पर

निर्मला गर्ग

चिड़िया

शरद जोशी

कविता के बहाने

कुँवर नारायण

रात का फूल

उदय प्रकाश

नौ दिसंबर

अनीता वर्मा

परसाई जी की बात

नरेश सक्सेना

निवेश

प्रदीप सैनी

दूर कटा कवि मैं जनता का

केदारनाथ अग्रवाल

सुंदर कविता

प्रदीप सैनी

फिर जो होना था

संजय चतुर्वेदी

कवियों की कहानी

कृष्ण कल्पित

कविता की आत्मा

महमूद दरवेश

वह

अमर दलपुरा

कविता-पाठ

असद ज़ैदी

भ्रम

श्रीनरेश मेहता

नवसंदेश-रासक

अविनाश मिश्र

पूर्वज कवि

महेश वर्मा

कविताएँ पढ़ते हुए

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

एक कवि से बातचीत

मिरोस्लाव होलुब

दिल्ली के कवि

कृष्ण कल्पित

कवि साहिब

सुरजीत पातर

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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